Baramati Chunav Result 2024: चाचा-भतीजे की लड़ाई में कौन आगे-कौन पीछे, जानें बारामती सीट का एक-एक अपडेट
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Baramati Chunav Result 2024: चाचा-भतीजे की लड़ाई में कौन आगे-कौन पीछे, जानें बारामती सीट का एक-एक अपडेट

Ajit Pawar vs Yugendra Pawar: बारामती विधानसभा सीट पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार की टक्कर अपने भतीजे युगेंद्र पवार से है, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) से चुनावी मैदान में हैं.

Baramati Chunav Result 2024: चाचा-भतीजे की लड़ाई में कौन आगे-कौन पीछे, जानें बारामती सीट का एक-एक अपडेट

Baramati Vidhan Sabha Election Result 2024: महाराष्ट्र के पुणे जिले की बारामती विधानसभा सीट पर राज्य के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार की टक्कर अपने भतीजे युगेंद्र पवार से है, जो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) से चुनावी मैदान में हैं. शुरुआती रुझानों में अजित पवार लगातार आगे चल रहे हैं. 4 राउंड की काउंटिंग के बाद अजित पवार को 35 हजार से ज्यादा वोट मिले हैं और वो 15 हजार वोटों से आगे चल रहे हैं, जबकि युगेंद्र पवार को 20 हजार वोट मिले हैं.

एनसीपी का गढ़ रही है बारामती सीट

बारामती विधानसभा सीट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी (NCP) का गढ़ रही है. साल 2019 के विधानसभा चुनाव में भी अजित पवार (AJit Pawar) जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस सीट पर इस बार चाचा और भतीजे के बीच मुकाबला है. एनसीपी से अजित पवार चुनावी मैदान में हैं, जबकि शरद पवार की एनसीपी से युगेंद्र पवार चुनावी मैदान में हैं.

बारामती में लगे पोस्टर, अजित पवार को बताया 'भावी मुख्यमंत्री'

बारामती में कुछ पोस्टर्स लगे हैं जिसमें लिखा है प्रदेश के अगले सीएम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष अजित पवार होंगे. पोस्टर ऐसे समय में लगाया गया है, जब राज्य में राजनीतिक हलचल तेज है और अजित पवार की मुख्यमंत्री पद की संभावनाओं को लेकर चर्चा हो रही है. इन पोस्टरों के जरिए यह संकेत दिया जा रहा है कि अजित पवार को पार्टी और समर्थकों की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा है.

अलग-अलग जगह लगे इन पोस्टर में लिखा गया है कि अजित पवार का लगातार आठवीं बार विधायक चुनकर आने के लिए अभिनंदन. अजित पवार महाराष्ट्र में चार बार के उपमुख्यमंत्री हैं. मुख्यमंत्री बनने की इच्छा वो कई बार मंच से कर चुके हैं. चाचा शरद पवार से अलग होने के बाद पवार और उनके कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि प्रदेश की कमान उन्हें सौंपी जाए.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)

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